बीजापुर - दक्षिण बस्तर डिवीजन के पामेड़, बासागुड़ा और उसूर क्षेत्र में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली है। 16 जनवरी 2025 को हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 12 हार्डकोर माओवादियों को मार गिराया, जिनमें 5 महिलाएं भी शामिल हैं। मुठभेड़ के दौरान कुख्यात माओवादी कमांडर हिड़मा और बारसे देवा के नेतृत्व वाली PLGA बटालियन नंबर 01 और CRC कंपनी के सदस्य घने जंगलों और पहाड़ियों में भाग खड़े हुए।
माओवादियों की उपस्थिति की सटीक सूचना मिलने पर डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) बीजापुर, सुकमा और दंतेवाड़ा, एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स), कोबरा बटालियन और केरिपु की संयुक्त टीम ने नक्सल विरोधी अभियान शुरू किया। यह अभियान पामेड़, उसूर और बासागुड़ा थाना क्षेत्रों के तुमरेल, सिगमपल्ली, पुजारीकांकेर और मलेमपेंटा के जंगलों में चलाया गया।
16 जनवरी की सुबह लगभग 9 बजे सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो रुक-रुक कर पूरे दिन चलती रही। मुठभेड़ समाप्त होने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया, जिसमें 12 माओवादियों के शव बरामद हुए।
मुठभेड़ स्थल से सुरक्षा बलों ने 2 नग 303 रायफल, 1 नग 12 बोर रायफल, 1 नग 315 बोर रायफल, 1 नग बटालियन टेक्निकल टीम द्वारा निर्मित रॉकेट लॉन्चर, 3 नग बीजीएल लॉन्चर, 4 नग मज़ल लोडिंग रायफल, विस्फोटक सामग्री, वायरलेस सेट, माओवादी साहित्य, और दैनिक उपयोग का सामान, हथियार और माओवादी सामग्री बरामद किया गया।
माओवादी कैम्प से औजार बनाने की सामग्री, जैसे लेथ मशीन, को भी नष्ट कर दिया गया।
इस मुठभेड़ में मारे गए माओवादी PLGA बटालियन और CRC कंपनी के सदस्य थे। माओवादियों के शवों की पहचान की जा रही है। इस कार्रवाई से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है।
" वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियानों में मिली सफलता को 2025 में भी जारी रखते हुए सुरक्षा बलों ने अब तक 16 दिनों में 25 हार्डकोर माओवादियों को मार गिराया है। माओवादियों की तमाम साजिशों के बावजूद सुरक्षा बल बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए पूरी तत्परता से काम कर रहे हैं। इस वर्ष नक्सल विरोधी अभियानों को और प्रभावी बनाया जाएगा ताकि माओवादियों की गतिविधियों पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित किया जा सके। " - पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज श्री सुन्दरराज पी.
