बीजापुर - नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के उसूर थानाक्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ। जहां माओवादियों की कायराना करतूत फिर सामने आई है। रविवार शाम 4:30 बजे, नक्सलियों द्वारा लगाए गए प्रेशर IED विस्फोट की चपेट में आने से एक निर्दोष ग्रामीण महिला की मौत हो गई। सोढ़ीपारा, उसूर निवासी सुशीला सोढ़ी (40 वर्ष), पत्नी स्व. पापैया सोढ़ी, अपने गांव से लगभग 5 किलोमीटर पश्चिम में स्थित बोत्तामरका की पहाड़ी में महुआ बीनने गई थीं। इसी दौरान पैर पड़ने से प्रेशर IED में विस्फोट हो गया, जिससे उनकी बाईं टांग पूरी तरह चकनाचूर हो गई।
गंभीर रूप से घायल महिला की अस्पताल में तोड़ा दम
विस्फोट की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने घायल सुशीला को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उसूर पहुंचाया। चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक इलाज किया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।
आम जनता भी नक्सली हिंसा की चपेट में
नक्सलियों द्वारा सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए जंगलों में IED बम लगाए जाते हैं, लेकिन इनका शिकार बेखबर ग्रामीण और निरीह पशु भी बन जाते हैं। वर्ष 2004 से अब तक नक्सली IED विस्फोटों में 07 निर्दोष ग्रामीणों की मौत हो चुकी है, जबकि 06 अन्य गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं।
यह घटना एक बार फिर इस बात को उजागर करती है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में न केवल सुरक्षाबलों, बल्कि आम ग्रामीणों की जिंदगी भी खतरे में है। नक्सलियों के इस कायराना हमले से कभी किसी बूढ़े मां-बाप का सहारा छिन जाता है, तो कभी किसी मासूम के सिर से माता-पिता का साया उठ जाता है।


