बीजापुर - भोपालपटनम ब्लॉक में वन माफिया के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे हैं। आए दिन सागौन की लकड़ी, चिरान, पारा और कड़ी की तस्करी की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में मद्देड़ वन परिक्षेत्र अधिकारी कृष्ण कुमार नेताम के मार्गदर्शन में वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सागौन तस्करी का भंडाफोड़ किया है।
25 अप्रैल को रात्रि गश्त के दौरान लगभग 9:30 बजे कोंगुपल्ली चौक, तारलागुड़ा रोड के समीप एक संदिग्ध महिंद्रा पिकअप वाहन क्रमांक CG 20 K 3561 को रोका गया। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें भारी मात्रा में सागौन चिरान, पारा और चौखट कड़ी पाई गई। वन विभाग की टीम ने मौके से कुल 80 नग सागौन चिरान जप्त किए, जिसमें 50 नग चिरान पारा और 30 नग चौखट कड़ी शामिल हैं। जब्त लकड़ी की कुल अनुमानित कीमत 1,90,000 रुपए आंकी गई है।
दो तस्कर गिरफ्तार, पिकअप वाहन व चिरान मशीन भी जब्त
पिकअप वाहन के चालक और मालिक सुखराम साहनी (निवासी - मांझी पारा, जिला बीजापुर) के साथ दो अन्य आरोपियों को भी पकड़ा गया। गिरफ्तार आरोपियों में पद्दम महादेव (36 वर्ष) और यालम शंकर (44 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम कोंगुपल्ली, जिला बीजापुर शामिल हैं। पूछताछ में तस्करों ने कबूल किया कि वे इस सागौन चिरान को कोंगुपल्ली से बीजापुर जिले में ऊँची कीमत पर बेचने ले जा रहे थे।
कार्रवाई के दौरान वन विभाग ने एक वन एचपी की चिरान मशीन भी जब्त की, जिसका उपयोग अवैध रूप से लकड़ी चीरने के लिए किया जा रहा था। इस मशीन की कीमत लगभग 30 से 35 हजार रुपए बताई जा रही है।
वन विभाग की सतर्कता से बड़ी तस्करी नाकाम
मुखबिर की सटीक सूचना और वन विभाग के कर्मचारियों की सूझबूझ से यह बड़ी कार्रवाई संभव हो पाई। विभाग ने पिकअप वाहन, सागौन चिरान, पारा, चौखट कड़ी और चिरान मशीन को अपने कब्जे में ले लिया है। वन विभाग ने तस्करों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत आवश्यक कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।
ज्ञात हो कि भोपालपटनम व आस-पास के क्षेत्रों में सागौन तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। वन माफिया के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वे रात के अंधेरे में खुलेआम कीमती लकड़ियों की तस्करी कर रहे हैं।
