बीजापुर - नक्सल इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा पर जारी है। कर्रेगुट्टा पहाड़ियों में घिरे नक्सलियों पर सुरक्षा बलों व्दारा जबरदस्त प्रहार किया जा रहा है। इस भीषण मुठभेड़ में अब तक PLGA बटालियन नंबर 1 की 3 महिला नक्सलियों के शव, बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, हथियार और अन्य सैन्य साजोसामान बरामद किए गए हैं।
अब तक का सबसे बड़ा ऑपरेशन
इस ऐतिहासिक ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ के DRG, STF, कोबरा कमांडो, CRPF, बस्तर फाइटर के जवानों के साथ-साथ महाराष्ट्र के C60 कमांडो, आंध्र प्रदेश के ग्रेहाउंड्स और वायु सेना की सक्रिय भागीदारी है। लगभग 5000 जवानों ने तीन राज्यों की सीमा पर नक्सलियों की मजबूत घेराबंदी कर रखी है।
सूत्रों के मुताबिक मोस्ट वांटेड नक्सली नेताओं हिड़मा, दामोदर, देवा और उनकी बटालियनों को घेरकर खत्म करना है। इस इलाके में करीब 300 नक्सलियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
हथियारों से लैस MI-17 हेलिकॉप्टर और ड्रोन से निगरानी
मिली जानकारी के अनुसार तीन दिनों की लगातार मुठभेड़ के चलतेक्षनक्सलियों के पास अब पर्याप्त राशन और पानी की कमी है। घेराबंदी के चलते उनके पास भागने के रास्ते भी नहीं बचे हैं। लगातार हो रही मुठभेड़ से नक्सली बैकफुट पर आ गए हैं।
नक्सलियों की बड़ी ताकत यहां सक्रिय
इस ऑपरेशन में नक्सलियों की PLGA बटालियन नंबर 1 और 2, तेलंगाना-महाराष्ट्र-आंध्र की सेंट्रल कमेटी, DKSZCM, DVCM, ACM और संगठन सचिव स्तर के कई बड़े नक्सली कैडर के शामिल होने की सूचना है।
छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के आला अधिकारी ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। देशभर की सुरक्षा एजेंसियां इस पर नजर बनाए हुए हैं क्योंकि यह नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई साबित हो सकती है।
करीब 60 घंटे से ज्यादा समय से चल रहे इस ऑपरेशन में अभी और बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। जवानों ने कर्रेगुट्टा की पहाड़ी को चारों तरफ से घेर रखा है। आने वाले घंटों में और भी बड़े खुलासे और कामयाबी की उम्मीद की जा रही है।
