बीजापुर- माओवादियों के खिलाफ चल रहे सुरक्षा बलों के सख्त अभियानों के चलते बैकफुट पर आ चुके माओवादी अब निर्दोष आदिवासियों को निशाना बना रहे हैं। माओवादी हिंसा की ताजा घटना बीजापुर जिले के ग्राम हल्लूर में सामने आई, जहां माओवादियों ने तीन ग्रामीणों का अपहरण कर लिया। जन अदालत लगाकर इनमें से एक ग्रामीण को फांसी दी गई, जबकि दो अन्य को बुरी तरह से घायल कर दिया।
16 जनवरी 2025 की शाम लगभग 6 बजे ग्राम हल्लूर में रहने वाले 48 वर्षीय सुक्कु हपका, पिता छन्नू हपका, को माओवादियों ने उनके घर से अगवा कर लिया। इसके बाद जन अदालत में फांसी लगाकर हत्या कर दी गई। घटना स्थल से भाकपा माओवादी संगठन की भैरमगढ़ एरिया कमेटी द्वारा जारी एक पर्चा बरामद हुआ है। पर्चे में मृतक पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाते हुए हत्या की जिम्मेदारी ली गई है।
अपहरण किए गए दो अन्य ग्रामीणों को भी माओवादियों ने बेरहमी से पीटा। यह घटना क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर रही है, जहां निर्दोष ग्रामीण माओवादियों के अत्याचार का सामना कर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही थाना मिरतुर की पुलिस टीम सक्रिय हो गई है और मामले की वैधानिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि इस घटना के पीछे माओवादियों की हताशा और तिलमिलाहट स्पष्ट रूप से झलकती है।
घटना के बाद से ग्राम हल्लूर और आसपास के इलाकों में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
सुरक्षा बलों के बढ़ते अभियानों के कारण माओवादी अब अपने आधार क्षेत्रों में भी कमजोर हो रहे हैं। ऐसे में उनकी बौखलाहट निर्दोष ग्रामीणों पर अत्याचार के रूप में सामने आ रही है।
