छत्तीसगढ (बीजापुर) - कलेक्टर श्री संबित मिश्रा की अध्यक्षता में नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले को नशामुक्त बनाने के लिए व्यापक रणनीति और प्रचार-प्रसार पर जोर दिया गया। कलेक्टर ने सभी सदस्यों और विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे नशे के उन्मूलन के लिए रैलियों, प्रतियोगिताओं और नुक्कड़ नाटकों जैसे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें।
शिक्षण संस्थानों में जागरूकता अभियान
कलेक्टर ने स्कूल शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग और उच्च शिक्षा विभाग को निर्देशित किया कि वे समय-समय पर विद्यार्थियों और समुदाय के बीच नशा उन्मूलन के लिए जागरूकता अभियान चलाएं। इन कार्यक्रमों में छात्रों और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए उन्हें समाज में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
नशामुक्त केंद्र की स्थापना
जिले को नशामुक्त बनाने के उद्देश्य से 15-सीटर नशामुक्त पुनर्वास केंद्र की स्थापना की गई है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नशे की लत से प्रभावित व्यक्तियों को इस केंद्र में भर्ती करवाया जाए, जहां उनका पुनर्वास कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
शपथ ग्रहण और अपील
बैठक के अंत में कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को नशामुक्त भारत अभियान के तहत नशा नहीं करने और समाज को नशामुक्त बनाने का शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि नशा उन्मूलन में प्रशासन और समाज दोनों की भागीदारी आवश्यक है।
इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी, जिला स्तरीय समिति के सदस्य, और अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने सभी से आग्रह किया कि वे नशामुक्त भारत अभियान को एक जन आंदोलन के रूप में सफल बनाएं।
