बीजापुर - जिले में रेत के अवैध परिवहन और भण्डारण को लेकर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। कांग्रेस विधायक विक्रम शाह मंडावी पर भाजपा ने सीधा हमला बोलते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। बीजापुर के अटल सदन (भाजपा कार्यालय) में आयोजित प्रेस वार्ता में पूर्व वनमंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि बीजापुर की जनता को गुमराह करने का खेल अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा। सच यह है कि कांग्रेस की सरकार और विधायक मंडावी के संरक्षण में ही रेत का कारोबार फलता-फूलता रहा है।
कांग्रेस कार्यकाल पर सवाल
गागड़ा ने आरोप लगाया कि मई 2020 में जब रेत की निविदा प्रक्रिया हुई, तब प्रदेश में कांग्रेस की ही सरकार थी। पंचायतों को लाभ पहुँचाने के दावों के बावजूद पूरी प्रक्रिया बदलकर कारोबार ठेकेदारों को सौंप दी गई। इसके अलावा 2021–22 में रेत भंडारण की अनुमति देकर भी कांग्रेस सरकार ने ठेकेदारों को फायदा पहुँचाया।
पूर्व मंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि निविदा प्रक्रिया के समय विधायक मंडावी कुम्भकर्ण की नींद में थे, अब जनता के बीच निरीक्षण कर नैतिकता का दिखावा कर रहे हैं। जबकि उन्हीं के संरक्षण में बीजापुर से हजारों ट्रकों में रेत का अवैध परिवहन पड़ोसी राज्यों तक हुआ।
DMF में गड़बड़ियों का आरोप
गागड़ा ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड (DMF) में भी गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग और जनपद पंचायतों के माध्यम से ग्राम पंचायतों में बोर खनन और तालाब निर्माण कार्यों में अनियमितताएँ हुईं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि भोपालपटनम ब्लॉक के सण्ड्रापल्ली और चेरपल्ली पंचायतों में तालाब निर्माण का भुगतान आज तक स्थानीय मजदूरों को नहीं मिला। इन मामलों में विधायक चुप क्यों हैं और ग्रामीणों को सच्चाई क्यों नहीं बताते?
भाजपा नेताओं का आरोप है कि विधायक मंडावी अब ठेकेदारों पर दबाव बनाकर वसूली करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस का हाथ रेत के इस पूरे घोटाले में रहा है और जनता के साथ बार-बार विश्वासघात किया गया है।
प्रेस वार्ता में भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष जी. वेंकटेश्वर, जिलाध्यक्ष घासीराम नाग, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार, जिला महामंत्री सतेंद्र सिंह ठाकुर, युवा मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य फूलचंद गागड़ा और महिला मोर्चा जिला महामंत्री माहेश्वरी झाड़ी सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

