बीजापुर - छत्तीसगढ़ कर्मचारी एवं अधिकारी फेडरेशन तथा एनएचएम कर्मचारी संघ ने संयुक्त रूप से रैली निकालकर मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के नाम जागेश्वर कौशल एसडीएम बीजापुर को ज्ञापन सौंपा है।
फेडरेशन के जिला सचिव कैलाश रामटेके ने बताया कि प्रदेशाध्यक्ष कमल वर्मा के आह्वान पर 22 अगस्त को पूरे राज्य के साथ बीजापुर जिला मुख्यालय में भी रैली व धरना-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कर्मचारियों-अधिकारियों ने विभिन्न माँगों को लेकर नारेबाजी की और जल्द से जल्द समाधान की अपील की।
ज्ञापन में केंद्र के समान दो प्रतिशत महंगाई भत्ता, 2019 से लंबित एरियर का भुगतान, पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक करने, चार स्तरीय पदोन्नति समयमान वेतनमान, वेतन विसंगति दूर करने, केशलेश चिकित्सा सुविधा लागू करने, अनुकंपा नियुक्ति में दस प्रतिशत सीमा समाप्त करने, अर्जित अवकाश का 300 दिवस नगदीकरण, पूर्ण पेंशन हेतु नीति बनाने, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष करने और सभी अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने जैसी प्रमुख माँगें शामिल हैं।
धरना-प्रदर्शन में जिले के सभी विकासखंडों के कर्मचारी व अधिकारी सांस्कृतिक मैदान में एकत्र हुए। फेडरेशन के जिलाध्यक्ष मो. जाकिर खान और जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपा गया।
इस मौके पर फेडरेशन के कोषाध्यक्ष लोकेश रेड्डी, सह सचिव रेश्मा गोड्डे, वन कर्मचारी संघ के विश्वनाथ माँझी, स्वास्थय संयोजक कर्मचारी संघ के शेख फारुख, वाहन चालक संघ से महेश देवांगन, लिपिक संघ के राजेन्द्र पसपुल, शिक्षक संघ मोहन राय, दुब्बा कामेश्वर, बी. एल. पुजारी, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ के मोतीराम बेलसरिया, एनएचएम संघ से रमाकाँत पूनेठा, महिला बाल विकास से प्रियंका देहारी, पटवारी संघ के के.जी. यशवंत, बीरा राजा बाबु, सहायक शिक्षक फेडरेशन से राजेश मिश्रा, पुरुषोतम झाड़ी, अनिल झाड़ी, पंचायत सचिव संघ से रमेश कुड़ीयम, डी. माधव राव, वेटनरी संघ के डाॅ. कमल गुप्ता, डाॅ. राजीव शर्मा, मनोज कुड़मुल, कृषि विस्तार अधिकारी से श्रीसलाम आदि का विशेष योगदान रहा एवं सभी ने धरना प्रर्दशन को संबोधित किया।
फेडरेशन ने चेतावनी दी कि यदि माँगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।

