बीजापुर - तेलंगाना के बूचड़खानों तक अवैध रूप से पशु तस्करी का सिलसिला वर्षों से जारी है लेकिन अब बीजापुर पुलिस ने इस नेटवर्क पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ताजा कार्रवाई में तारलागुड़ा थाना पुलिस ने 45 भैंसों को तस्करों के कब्जे से छुड़ाकर एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
मुखबिर की सूचना पर तारलागुड़ा जंगल पहाड़ी के पास घेराबंदी की गई। यहां तस्कर बिना वैध दस्तावेज के भैंसों को कोत्तुर पहाड़ी रास्ते से हैदराबाद (तेलंगाना) की ओर ले जा रहा था। गिरफ्तार आरोपी की पहचान के.जी. सन्यासी (56 वर्ष), निवासी रूद्रारम, थाना भोपालपटनम, जिला बीजापुर के रूप में हुई है। आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ कृषिक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया गया। बरामद मवेशियों को सुरक्षार्थ ग्राम पंचायत तारलागुड़ा के सरपंच और सचिव को सौंपा गया।
जिला पुलिस ने हाल के एक माह में पशु तस्करों के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयाँ की है। इनमें 21 जुलाई के थाना मद्देड़ में 07 तस्कर गिरफ्तार, 83 मवेशियों को मुक्त और 22 जुलाई थाना तारलागुड़ा 03 तस्कर गिरफ्तार, 16 मवेशी मुक्त एवं 6 अगस्त को पुनः थाना तारलागुड़ा में 02 तस्करों को गिरफ्तार करते हुए 90 मवेशियों को मुक्त कराया गया। इन कार्रवाइयों के जरिए अब तक 13 पशु तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 234 मवेशियों को सुरक्षित छुड़ाया गया है।
पुलिस का कहना है कि सीमावर्ती और ग्रामीण इलाकों में सक्रिय ऐसे तस्करी नेटवर्क पर सख्त निगरानी रखी जा रही है और अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि कृषक पशुओं की अवैध तस्करी पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।

