NQAS मानकों पर मिला 92.92% स्कोर, बीजापुर का नाम देशभर में रोशन
बीजापुर - छत्तीसगढ़ के सुदूर वनांचल बीजापुर जिले का आयुष्मान आरोग्य मंदिर, मद्देड़ (भोपालपटनम) अब देशभर में एक नई मिसाल बन चुका है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के अंतर्गत हाल ही में हुए राष्ट्रीय मूल्यांकन में इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने 92.92 प्रतिशत अंक अर्जित कर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह केवल बीजापुर ही नहीं, बस्तर अंचल के लिए गर्व और गौरव की बात है।
6 प्रमुख विभागों में उत्कृष्टता का प्रदर्शन
यह मूल्यांकन 4 और 5 अप्रैल 2025 को किया गया, जिसमें प्रसव सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम, ओपीडी-आईपीडी सेवाएं, लैब सेवाएं, दस्तावेज प्रबंधन, स्वच्छता और मरीज फीडबैक जैसे बिंदुओं को शामिल किया गया। मूल्यांकनकर्ता डॉ. प्रभावती रेड्डी (कडपा, आंध्रप्रदेश) और डॉ. देवेंद्र कुमार बिट्टोरिया (झांसी, उत्तरप्रदेश) की टीम ने गहराई से निरीक्षण कर मूल्यांकन किया।
इस उपलब्धि के पीछे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ठोस रणनीति और समर्पण का भी अहम योगदान रहा। कलेक्टर श्री संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.आर. पुजारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक वरुण साहू, डॉ. विकास गवेल (बीजापुर BMO), डॉ. के. चेल्लापत्ती राव (भोपालपटनम BMO), और मानसी ताटपल्ली (DPMO) की समन्वित टीम ने उत्कृष्ट कार्य योजना पर अमल किया।
WHO और UNICEF का भी रहा सहयोग
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को वैश्विक मानकों तक पहुँचाने में WHO और UNICEF का भी तकनीकी सहयोग प्राप्त हुआ, जिससे मूल्यांकन की तैयारी में मजबूती मिली। स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सक डा. पूजा कश्यप, ग्रामीण चिकित्सा सहायक गायत्री गुरला एवं समस्त स्टाफ और मितानिनों की कड़ी मेहनत एवं सेवा भावना ने ही यह मुकाम दिलाया।
बीजापुर जैसे दूरस्थ और संघर्षशील क्षेत्र में इस तरह की सफलता न केवल प्रेरणास्रोत है, बल्कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि प्रतिबद्धता हो तो राष्ट्रीय स्तर की उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है।
