बीजापुर - जिले के चार जनपद पंचायतों के लिए हुए चुनावों में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन ब्लॉकों में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने एक ब्लॉक में जीत दर्ज कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस परिणाम से स्पष्ट संकेत मिलता है कि भाजपा जिले में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है, जबकि कांग्रेस भी पूरी तरह कमजोर नहीं हुई है।
भोपालपटनम - 40 साल बाद कांग्रेस से भाजपा ने छीना जनपद पंचायत अध्यक्ष पद
भोपालपटनम जनपद पंचायत में भाजपा समर्थित प्रत्याशी श्रीमती सरिता कुडेम निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं। यह जीत भाजपा के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है क्योंकि पिछले 40 वर्षों से कांग्रेस इस पद पर काबिज थी।
चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच अध्यक्ष पद के लिए थोड़ी बहुत रस्साकशी जरूर हुई, लेकिन अंततः कांग्रेस कोई उम्मीदवार नहीं उतार सकी और सरिता कुडेम निर्विरोध अध्यक्ष चुनी गईं। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे पार्टी की एक बड़ी उपलब्धि बताया है।
निर्विरोध निर्वाचन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एसडीएम यशवंत नाग और सीईओ दिलीप उइके ने प्रमाण पत्र जारी कर सरिता कुडेम को जनपद पंचायत अध्यक्ष घोषित किया। इस ऐतिहासिक जीत से भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
भैरमगढ़ - भाजपा की दसरी कोरसा ने मारी बाजी
भैरमगढ़ जनपद पंचायत में भी भाजपा का परचम लहराया। भाजपा प्रत्याशी दसरी कोरसा ने जीत हासिल कर पार्टी की पकड़ को और मजबूत किया।
उनकी जीत के बाद क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया। पार्टी के स्थानीय नेताओं ने इसे मोदी सरकार की नीतियों और भाजपा संगठन की मेहनत का परिणाम बताया।
उसूर - भाजपा की पूर्णिमा तेलम को अध्यक्ष की कमान
भाजपा ने उसूर जनपद पंचायत में भी शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा समर्थित पूर्णिमा तेलम को जनपद पंचायत अध्यक्ष चुना गया। इस जीत को भाजपा की संगठनात्मक रणनीति और प्रभावशाली जनसंपर्क अभियान का नतीजा माना जा रहा है।
जनपद सदस्यों ने पूर्णिमा तेलम को बहुमत देकर अध्यक्ष पद के लिए चुना। उनकी जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाई और जश्न मनाया।
बीजापुर - कांग्रेस के सोनू पोटाम बने इकलौते विजेता
चार ब्लॉकों में से बीजापुर जनपद पंचायत में कांग्रेस ने जीत दर्ज कर भाजपा को चुनौती दी। सोनू पोटाम ने कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल कर पार्टी के लिए राहत की खबर दी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे जनता के विश्वास की जीत बताया और कहा कि यह संकेत है कि कांग्रेस अब भी क्षेत्र में प्रभावी बनी हुई है।
भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह, कांग्रेस ने भी जताई खुशी
भाजपा ने तीन जनपद पंचायतों में जीत को पार्टी की नीतियों और कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा बताया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे भाजपा की बढ़ती पकड़ और लोकप्रियता का प्रमाण करार दिया, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने भी अपने विजयी प्रत्याशी सोनू पोटाम की जीत पर खुशी जाहिर की और इसे जनता का कांग्रेस पर विश्वास बताया।
बीजापुर जिले में इस चुनाव परिणाम को आगामी राजनीतिक समीकरणों के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा ने तीन ब्लॉकों में जीतकर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, जिससे पार्टी के आत्मविश्वास में जबरदस्त वृद्धि हुई है।
कांग्रेस के लिए बीजापुर जनपद पंचायत की जीत एक संजीवनी साबित हो सकती है, जिससे वह आगामी चुनावों में नई रणनीति के साथ उतर सकती है। बीजापुर जिले में भाजपा ने तीन जनपद पंचायतों में जीत दर्ज कर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है, जबकि कांग्रेस ने भी एक महत्वपूर्ण सीट जीतकर खुद को संघर्ष में बनाए रखा है।
यह चुनाव परिणाम जिले की राजनीति को रोचक मोड़ पर ले आया है। आने वाले दिनों में नई रणनीतियां और गठजोड़ बनते नजर आ सकते हैं। भाजपा जहां इस जीत को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगी, वहीं कांग्रेस अपनी रणनीति में बदलाव कर सकती है ताकि भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सके।





