सुकमा - छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला सुकमा के थाना जगरगुंडा क्षेत्र में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अभियान चलाकर दो कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक पर 2 लाख का इनाम घोषित था। इन नक्सलियों पर पुलिस पार्टी पर हमला कर तीन जवानों की हत्या, एक ग्रामीण की हत्या, तथा आईईडी ब्लास्ट जैसी गंभीर घटनाओं में शामिल होने के आरोप हैं।
पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त ऑपरेशन
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। थाना जगरगुंडा पुलिस बल और 231वीं बटालियन सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने ग्राम बैनपल्ली में विशेष घेराबंदी कर मुचाकी सन्नू (सीएनएम उपाध्यक्ष) निवासी सरपंचपारा, बैनपल्ली, थाना जगरगुंडा, मुचाकी हुर्रा (मिलिशिया कमांडर-इन-चीफ) निवासी बैनपल्ली, थाना जगरगुंडा इन दोनों नक्सलियों को गिरफ्तार किया।
गंभीर अपराधों में थे शामिल
गिरफ्तार किए गए नक्सली थाना जगरगुंडा के आश्रमपारा के पास पुलिस पार्टी पर घात लगाकर हमले में शामिल थे। इस घटना में डीआरजी के तीन जवान शहीद हुए थे। इस हमले के तहत थाना जगरगुंडा में अपराध क्रमांक 02/23 दर्ज किया गया था, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 307, 396, 120 (बी), आर्म्स एक्ट 25, 27, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 3, 4 तथा विधि विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम 38, 39 के तहत मामला पंजीबद्ध था।
इसके अलावा, नक्सली मुचाकी हुर्रा ग्राम गोंदपल्ली में एक ग्रामीण की हत्या के मामले में भी शामिल था। इस घटना पर थाना जगरगुंडा में अपराध क्रमांक 24/2024 दर्ज था, जिसमें धारा 190, 191(1), 140, 103(1) बीएनएस, 25 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
साथ ही, सड़क निर्माण कार्य के दौरान आईईडी विस्फोट कर जेसीबी वाहन चालक को घायल करने की घटना में भी यह आरोपी शामिल था, जिसके तहत अपराध क्रमांक 13/24 दर्ज था।
गिरफ्तारी के दौरान दोनों नक्सलियों के पास से महत्वपूर्ण हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई, जिसमें मुचाकी सन्नू के पास से काला-नीला पिट्ठू बैग, जिसमें 2 नग बीजीएल सेल मिले। मुचाकी हुर्रा के पास से काले कपड़े में बंधे 2 नग जिलेटिन रॉड और 1.5 मीटर कॉडेक्स वायर बरामद हुआ।
गिरफ्तार किए गए दोनों नक्सलियों ने पूछताछ में अपने अपराध स्वीकार कर लिए हैं। कानूनी प्रक्रिया के तहत 26 मार्च 2025 को दोनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।

