छत्तीसगढ (बीजापुर) - थाना मोदकपाल के अपराध क्रमांक 04/2015 धारा 302 भादवि के तहत आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी तिरूपति कोरसा को पैरोल समाप्ति के बाद फरार होने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डेढ़ साल से फरार चल रहा यह बंदी अब पुलिस की गिरफ्त में है।
बंदी तिरूपति कोरसा (30 वर्ष), निवासी ग्राम एंगपल्ली रंगईगुड़ा, थाना ईलमिड़ी, को 26 मई 2023 को केंद्रीय जेल जगदलपुर से 16 दिनों के लिए पैरोल पर अपने गृह ग्राम आने की अनुमति दी गई थी। उसे 12 जून 2023 को जेल में वापस लौटना था, लेकिन उसने पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद जेल में प्रवेश नहीं किया, जिससे पैरोल नियमों का उल्लंघन हुआ।
जेल में वापस न लौटने पर केंद्रीय जेल प्रशासन ने तिरूपति कोरसा के खिलाफ थाना कोतवाली, जगदलपुर में प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह लगातार पुलिस से बचता रहा।
दिनांक 11 जनवरी 2025 को पुलिस को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि फरार बंदी अपने निवास ग्राम रंगईगुड़ा में छिपा हुआ है। तत्पश्चात थाना ईलमिड़ी और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल (छसबल) की टीम ने संयुक्त रूप से दबिश देकर तिरूपति कोरसा को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार बंदी को पुलिस ने तुरंत थाना कोतवाली, जगदलपुर के सुपुर्द किया। उसके खिलाफ पहले से पैरोल नियमों का उल्लंघन करने का मामला पंजीबद्ध था।

