सुरक्षा बलों का डबल एक्शन - तर्रेम में 3 माओवादी गिरफ्तार, पामेड़ में 4 किग्रा IED नष्ट

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छत्तीसगढ (बीजापुर) - जिले में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षा बलों की दो बड़ी सफलताएं सामने आई हैं, जिनसे न केवल माओवादी गतिविधियों को विफल किया गया, बल्कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की स्थिति को भी मजबूत किया गया है।


माओवादी संदिग्धों की गिरफ्तारी और विस्फोटक सामग्री की बरामदगी



थाना तर्रेम और कोबरा 210 तथा केरिपु 153 की संयुक्त टीम ने माओवाद विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की। सुरक्षा बलों ने तीन संदिग्ध माओवादियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से विस्फोटक सामग्री और माओवादी साहित्य बरामद किया। यह कार्रवाई तर्रेम और बुढ़गीचेरू के बीच के जंगल में की गई, जब तीन संदिग्ध पुलिस की टीम को देखकर भागने का प्रयास कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने तत्परता से घेराबंदी करते हुए तीनों को पकड़ लिया। पूछताछ में इनकी पहचान राजू पुनेम (26 वर्ष), माड़वी भीमा (26 वर्ष), और उईका शम्भू (38 वर्ष) के रूप में हुई। ये सभी तर्रेम पुनेमपारा के निवासी थे।


गिरफ्तार किए गए माओवादियों के पास से एक थैले में 5 किलोग्राम टिफिन बम, कार्डेक्स वायर, बिजली का तार, बैटरी और माओवादी साहित्य बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान, माओवादियों ने विस्फोटक सामग्री के परिवहन से संबंधित दस्तावेज पेश करने में असमर्थता जताई। सुरक्षा बलों ने मौके पर सारी सामग्री जब्त कर ली और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू की। इन्हें न्यायिक रिमांड पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, बीजापुर के समक्ष पेश किया गया। इस कार्रवाई से न केवल विस्फोटक सामग्री को जब्त किया गया, बल्कि माओवादी संगठन की एक बड़ी साजिश को भी विफल कर दिया गया।


आईईडी की बरामदगी और उसकी निष्क्रियता




सुरक्षा बलों ने बीजापुर जिले के थाना पामेड़ क्षेत्र के काउरगुट्टा जंगल में भी माओवादियों की एक बड़ी साजिश को विफल किया। केरिपु 151 बटालियन की बम निरोधक टीम ने 4 किलोग्राम का आईईडी बरामद किया, जिसे माओवादियों ने काउरगुट्टा-जिडपल्ली मार्ग पर प्रेशर स्विच सिस्टम से लगाया था। यह विस्फोटक सुरक्षा बलों और स्थानीय नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से लगाया गया था लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता और सूझबूझ से विस्फोटक को समय रहते निष्क्रिय कर दिया गया।


इस सफल कार्रवाई ने न केवल एक बड़े हादसे को टाल दिया, बल्कि पुलिस पार्टी और स्थानीय नागरिकों की जान भी बचाई। अधिकारियों ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के इस कदम को महत्वपूर्ण बताया और नागरिकों से अपील की कि वे संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत सुरक्षा बलों को दें। इसके बाद, सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सर्च अभियान तेज कर दिया है ताकि माओवादियों की अन्य साजिशों को समय रहते विफल किया जा सके।


इन दोनों घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि बीजापुर में सुरक्षा बलों की सतर्कता और त्वरित प्रतिक्रिया से माओवादियों की साजिशों को विफल कर रही है, बल्कि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। इन कार्यवाहियों से माओवादी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।



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