छत्तीसगढ़ (बीजापुर) - मद्देड़ थाना क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हासिल की है। 12 जनवरी 2025 को बंदेपारा-कोरंजेड़ के जंगलों में हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 2 महिला नक्सलियों सहित 5 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक सामग्री और अन्य सामान बरामद किए गए।
मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम
11 जनवरी 2025 को डीआरजी बीजापुर को नेशनल पार्क एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना मिली। इस पर डीआरजी की टीम ने बंदेपारा-कोरंजेड़ इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। 12 जनवरी की सुबह करीब 8:00 बजे सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। यह मुठभेड़ पूरे दिन रुक-रुक कर चलती रही और शाम 3-4 बजे समाप्त हुई। मुठभेड़ के बाद क्षेत्र की तलाशी के दौरान 5 नक्सलियों के शव बरामद हुए।
मारे गए नक्सलियों की पहचान
मुठभेड़ में मारे गए नक्सली पश्चिम बस्तर डिवीजन और अन्य संगठनों से जुड़े थे।
रैनु हेमला (डीवीसीएम, प्लाटून नंबर 02 कमांडर), उम्र - 30 वर्ष, निवासी - सावनार, थाना गंगालूर, जिला बीजापुर, इनाम - 8 लाख
ज्योति ताती (पीपीसीएम, प्लाटून नंबर 11), निवासी - तोड़का, थाना गंगालूर, जिला बीजापुर, इनाम - 5 लाख
रमेश एचाम (मिलिशिया प्लाटून कमांडर), उम्र - 28 वर्ष, निवासी - बंदेपारा, थाना मद्देड़, जिला बीजापुर, इनाम - 1 लाख
रमेश मिच्चा (मिलिशिया प्लाटून सदस्य), उम्र - 22 वर्ष, निवासी - बंदेपारा, थाना मद्देड़, इनाम - 20 हजार
एक अज्ञात महिला नक्सली जिसकी पहचान प्रक्रिया जारी है।
बरामद हथियार और सामग्री
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद की है, जिसमें शामिल हैं:
01 एसएलआर, 03 मैगजीन और 52 राउंड
01 12-बोर बंदूक, 14 राउंड
01 बीजीएल लांचर, 08 सेल
01 .315 राइफल, 15 राउंड
01 .22 राइफल
01 भरमार बंदूक
विस्फोटक सामग्री, माओवादी वर्दी, दवाइयां और दैनिक उपयोगी सामान
पुलिस अधिकारियों की प्रतिक्रिया
पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र कुमार यादव ने इसे सुरक्षा बलों की महत्वपूर्ण सफलता बताया। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान को और तेज कर दिया है।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी. ने कहा कि 2024 में नक्सल विरोधी अभियान में मिली बढ़त को 2025 में भी बनाए रखा जाएगा। अब तक 13 हार्डकोर नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
बस्तर में शांति और विकास की दिशा में प्रयास
नक्सलियों के खिलाफ ऐसे अभियानों से बस्तर क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का माहौल बनाने में मदद मिल रही है। सुरक्षा बल प्रतिबंधित माओवादी संगठनों के खिलाफ पूर्ण समर्पण और रणनीति के साथ काम कर रहे हैं।






