भैरम बाबा संघर्ष समिति के नेतृत्व में ग्रामीणों का प्रदर्शन, सर्व आदिवासी समाज ने भी आंदोलन को दिया समर्थन
बीजापुर - जिले के भैरमगढ़ में एक बार फिर से ग्रामीणों का गुस्सा मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर फूट पड़ा है। भैरम बाबा संघर्ष समिति के नेतृत्व में हजारों की संख्या में ग्रामीण सड़कों पर उतर आए और नगर पंचायत बनने के बाद विकास कार्य ठप होने पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2009-10 में ग्राम पंचायत को नगर पंचायत में तब्दील किए जाने के बाद से 10 वार्डों में विकास की रफ्तार थम गई है। न तो शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ मिल पा रहा है और न ही बुनियादी सुविधाएं मिल रही हैं।
भैरमगढ़ के पुराने बाजार शेड में सुबह से ही ग्रामीण हजारों की संख्या में एकत्र हुए। सभी ने हाथों में बैनर और तख्तियां लेकर नारे लगाए। ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत के समय उन्हें सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलता था।
पुराने बाजार शेड से शुरू हुई रैली एनएच-63 मार्ग होते हुए अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय पहुंचा। भैरम बाबा संघर्ष समिति के अध्यक्ष इतवारी मांझी ने बताया कि नगर पंचायत बनाने के बाद से ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही है लोग परेशान हैं। 14 वार्डों में से 10 वार्डों को फिर से ग्राम पंचायत में बदलने की मांग की गई है।
भैरम बाबा संघर्ष समिति के आंदोलन को सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक इकाई अध्यक्ष सीताराम मांझी ने कहा कि पूर्व में भी जब ग्राम पंचायत को नगर पंचायत में बदल गया था उस समय भी बगैर ग्राम सभा बैठक के ही बना दिया गया था। पांचवी अनुसूची क्षेत्र होने के कारण ग्राम सभा का विशेष महत्व है इसलिए पुनः 10 वार्डों को ग्राम पंचायत में बदलने की मांग का सर्व आदिवासी समाज पूर्ण रूप से भैरम बाबा संघर्ष समिति एवं ग्रामीणों के मांगों का समर्थन करता है।
धरना और रैली के बाद ग्रामीणों ने अनुविभागीय अधिकारी विकास सर्वे को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। वहीं एसडीएम ने ज्ञापन प्राप्त कर इसे उच्च स्तर पर भेजने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पर शीघ्र निर्णय नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।



