डीआरजी, एसटीएफ और कोंडागांव-नारायणपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, बड़ी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद
नारायणपुर - बारिश के मौसम में भी अब सुरक्षा बलों का नक्सलियों के खिलाफ अभियान थमा नहीं है। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के दुर्गम जंगलों में मानसून के बीच शुरू हुए अभियान में बड़ा असर दिखाना शुरू हुआ है। गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा था कि "अब बारिश में भी नक्सलियों को आराम नहीं करने देंगे" इसी सख्ती और रणनीति के तहत अबूझमाड़ के इंद्रावती क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है।
सूचना के आधार पर लांच हुआ संयुक्त ऑपरेशन
माड़ डिवीजन में सक्रिय नक्सलियों के बड़े कैडर की खुफिया सूचना के आधार पर डीआरजी नारायणपुर, कोंडागांव और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने विशेष ऑपरेशन लांच किया। बीती शाम से यह ऑपरेशन जारी था, जिसके दौरान सुरक्षाबलों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई।
इस मुठभेड़ में दो महिला माओवादी मारी गई, जो माड़ डिवीजन की सक्रिय सदस्य बताई जा रही हैं। मुठभेड़ के बाद जब सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्चिंग की, तो मौके से एक इंसास राइफल, एक .315 बोर हथियार, भारी मात्रा में मेडिकल सामग्री और नक्सली दस्तावेज बरामद किए गए।
नदी-नाले, पहाड़ और जंगल पार कर फोर्स ने बनाया मोर्चा
मुठभेड़ स्थल तक पहुंचना आसान नहीं था। सुरक्षा बलों को नदी-नाले, ऊंची पहाड़ियाँ और घने जंगल पार करने पड़े, लेकिन दृढ़ संकल्प और रणनीति के साथ फोर्स ने अबूझमाड़ के कोहकामेटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इंद्रावती इलाके में अपनी पकड़ बनाई।
एसपी रॉबिंसन गुरिया ने की पुष्टि
इस पूरे ऑपरेशन और मुठभेड़ की पुष्टि नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक रॉबिंसन गुरिया ने की है। उन्होंने बताया कि दुर्गम क्षेत्र में अभियान अब भी जारी है और फोर्स सघन सर्चिंग में लगी हुई है। पूरे इलाके में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई माड़ डिवीजन में नक्सली नेटवर्क के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। मानसून के बावजूद इस तरह की सक्रियता से यह साफ है कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार दबाव बनाए रखने की रणनीति पर काम कर रही हैं।

