बीजापुर - जिले से इस समय एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। माओवादियों की कायराना और अमानवीय हरकत का ताजा उदाहरण उस समय देखने को मिला जब आज सुबह एक प्रेशर IED विस्फोट में तीन निर्दोष ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना बीजापुर के मद्देड़ थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम बंदेपारा के पास घटित हुआ है।
पारिवारिक यात्रा बना हादसे का कारण, मासूम ग्रामीण बने निशाना
प्राप्त जानकारी के अनुसार गोटे जोगा (उम्र 45 वर्ष), विवेक ढोड़ी (उम्र 17 वर्ष) और बडडे सुनील (उम्र 20 वर्ष) तीनों निवासी एर्रागुफा, दम्पाया के निवासी हैं। आज सुबह लगभग 8:30 बजे किसी पारिवारिक कार्य से पैदल ग्राम बंदेपारा की ओर जा रहे थे। इसी दौरान सुनसान जंगल के रास्ते में माओवादियों द्वारा पहले से बिछाया गया प्रेशर IED उनके संपर्क में आया और जोरदार धमाके के साथ फट गया।
विस्फोट इतना तीव्र था कि तीनों ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके पैरों और चेहरे में गहरे चोटें आई हैं, जिससे उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। घटना के तुरंत बाद 108 एम्बुलेंस को तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना किया गया।
बीजापुर जैसे संवेदनशील जिले में माओवादी गतिविधियों की जड़ें आज भी गहरी हैं। लेकिन जब निर्दोष ग्रामीण भी इस हिंसा के शिकार बनने लगें, तो यह केवल एक कानून व्यवस्था का मुद्दा नहीं, बल्कि मानवीय संकट बन जाता है। सरकार और प्रशासन के लिए यह एक कड़ी चुनौती है कि सुरक्षा उपायों को और प्रभावी बनाये ताकि निर्दोष ग्रामीणों के साथ इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो।

