मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद
दंतेवाड़ा - जिले में सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 3 पुरुष नक्सली मारे गए हैं। इनमें 25 लाख के इनामी माओवादी सुधीर उर्फ सुधाकर उर्फ मुरली (DKSZCM) भी शामिल है, जो तेलंगाना के वारंगल जिले का निवासी था। सुरक्षाबलों ने मौके से INSAS राइफल, .303 राइफल, 12 बोर राइफल और अन्य विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक श्री गौरव राय ने बताया कि - "सुरक्षा एजेंसियों को गीदम थाना क्षेत्र के गिरसापारा, नेलगोड़ा, बोड़गा और इकेली गांवों के सरहदी इलाकों में नक्सली गतिविधियों की गुप्त सूचना मिली थी। इस सूचना के आधार पर दंतेवाड़ा DRG और बस्तर फाइटर्स की टीम ने माओवादी विरोधी अभियान चलाया। आज सुबह 8 बजे से सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच लगातार फायरिंग हुई। मुठभेड़ समाप्त होने के बाद जब क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया गया, तो तीन पुरुष नक्सलियों के शव बरामद किए गए। इनमें से एक की पहचान सुधीर उर्फ सुधाकर उर्फ मुरली के रूप में की गई है, जो दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी (DKSZCM) का सदस्य था। अन्य दो माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।"
सुरक्षाबलों का सख्त अभियान जारी
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) श्री सुन्दरराज पी. ने बताया कि - "सरकार के निर्देशानुसार और जनता की इच्छा के अनुसार माओवादी विरोधी अभियान पूरी ताकत से चलाया जा रहा है। DRG, STF, बस्तर फाइटर्स, कोबरा (CoBRA), CRPF, BSF, ITBP, CAF सहित सभी सुरक्षा बल मिलकर बस्तर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं। साल 2025 में अब तक बस्तर संभाग में कुल 100 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। यह सुरक्षाबलों की प्रभावी रणनीति और लगातार चल रहे अभियानों का नतीजा है।"
सर्च ऑपरेशन जारी
दंतेवाड़ा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री कमलोचन कश्यप ने बताया कि - "मुठभेड़ स्थल और आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन जारी है। क्षेत्र में अभी भी कुछ नक्सलियों के छिपे होने की संभावना है, जिसके चलते सुरक्षाबल मुस्तैदी से इलाके की तलाशी ले रहे हैं।"
अधिकारियों का कहना है कि सर्च ऑपरेशन पूरा होने के बाद विस्तृत जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। इस बड़ी कार्रवाई से नक्सल संगठन को गहरा झटका लगा है और बस्तर क्षेत्र में सुरक्षाबलों का मनोबल और अधिक मजबूत हुआ है।
बस्तर संभाग में सुरक्षा बलों द्वारा लगातार माओवादी विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं। इस साल के पहले 83 दिनों में 100 से अधिक हार्डकोर नक्सली मारे गए हैं। माओवादियों के खिलाफ इस कठोर रुख से यह स्पष्ट है कि सरकार और सुरक्षाबल बस्तर में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।




