बीजापुर - जिले में एन एच 63 पर प्रशासन की अनदेखी एक बार फिर सामने आई है। संगमपल्ली मोड़ पर हुई सड़क दुर्घटना के बाद पलटा हुआ ट्रेलर अभी तक वहीं पड़ा हुआ है, जिससे हर गुजरने वाले वाहन के लिए खतरा बढ़ गया है। यदि इसे जल्द नहीं हटाया गया, तो यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है।
12 फरवरी को संगमपल्ली मोड़ पर एक तेज रफ्तार ट्रेलर वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया था। इस हादसे में ट्रेलर में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हालांकि, दुर्घटना के बाद राहत और बचाव कार्य किया गया, लेकिन दुर्घटनाग्रस्त ट्रेलर को सड़क से हटाने की कोई कोशिश नहीं की गई, जिससे वहां दुबारा दुर्घटना हो सकता है।
यह कोई पहली बार नहीं है जब संगमपल्ली के इस अंधे मोड़ पर कोई बड़ी दुर्घटना न हुई हो। यह स्थान लंबे समय से दुर्घटनाओं के लिए जाना जाता है। यहां आए दिन छोटे-बड़े सड़क हादसे होते रहते हैं, जिनमें कई लोगों की जान जा चुकी है।
विशेष रूप से भारी वाहनों, चार पहिया और दोपहिया वाहनों के लिए यह मोड़ बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। तेज रफ्तार के कारण कई बार वाहन चालक नियंत्रण खो बैठते हैं और दुर्घटनाएं हो जाती हैं।
आमतौर पर ऐसे मामलों में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, लोक निर्माण विभाग, जिला एवं पुलिस प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन इस बार भी प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। दुर्घटना के बाद से अब तक न तो ट्रेलर को हटाया गया है और न ही वहां किसी तरह की चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं।
राहगीरों ने प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि इस ट्रेलर का वहां पड़ा रहना बेहद खतरनाक है।
कृष्णा यादव जो की ट्रेलर ड्राइवर है उन्होंने कहा की "रात के समय यह और भी खतरनाक हो सकता है। अगर जल्द ही इसे नहीं हटाया गया, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है।"
अन्य एक और राहगीर संदीप का कहना है, " प्रशासन को इस स्थान पर उचित संकेतक और रक्षात्मक उपाय करने चाहिए, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।"
पलटे हुए ट्रेलर के कारण हाईवे पर वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। खासकर लंबी दूरी के वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग अस्थायी रूप से सड़क के एक हिस्से को छोड़कर चलने को मजबूर हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका और भी बढ़ गई है।
संगमपल्ली मोड़ पर बढ़ते हादसों को देखते हुए आसपास के ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द ट्रेलर को हटाए और इस मोड़ को सुरक्षित बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
मद्देड़ थाना प्रभारी श्री रविशंकर साहू से फोन पर संपर्क किया गया, उनके व्दारा कहा गया की "मैं बाहर हुं इस सम्बन्ध में मुझे कोई जानकारी नहीं है।"
यदि जल्द ही प्रशासन ने कदम नहीं उठाया, तो यह स्थान और भी बड़े हादसों का कारण बन सकता है। अब देखना यह है कि कब प्रशासन जागता है और लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाता है।

