बीजापुर - जिले के पुजारीकांकेर क्षेत्र में सुरक्षा को सुदृढ़ करने, स्थानीय लोगों के साथ संवाद को बेहतर बनाने और विकास कार्यों को गति देने के उद्देश्य से एक नवीन सुरक्षा एवं जन सुविधा कैम्प की स्थापना की गई। यह पहल क्षेत्र में अमन-शांति बहाल करने और नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सुरक्षा के साये में होगा सड़क निर्माण
नए सुरक्षा कैम्प की स्थापना के बाद बीजापुर-उसूर-पामेड़ को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण कार्य को भी तेजी मिलेगी। यह सड़क नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आवागमन को सुगम बनाएगी और स्थानीय लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगी।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचेगी बुनियादी सुविधाएं
नवीन सुरक्षा कैम्प के माध्यम से क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी, पुल-पुलिया और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास को बल मिलेगा। सरकार की "नियद नेल्ला नार" योजना के तहत इस सुरक्षा कैम्प के माध्यम से आसपास के पांच गांवों तक सरकारी योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पहुंचाया जाएगा।
स्थानीय लोगों में बढ़ा आत्मविश्वास, सुरक्षा का माहौल हुआ मजबूत
ग्राम पुजारीकांकेर में नवीन सुरक्षा कैम्प की स्थापना से स्थानीय ग्रामीणों में उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ा है। नक्सलवाद के भय से ग्रसित ग्रामीणों को अब सुरक्षा बलों का प्रत्यक्ष सहयोग मिलेगा, जिससे वे नक्सल हिंसा से मुक्ति की उम्मीद कर रहे हैं।
सुरक्षा बलों की पहुंच और निगरानी में होगी वृद्धि
इस कैम्प की स्थापना से सुरक्षा बलों की नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच और निगरानी को मजबूती मिलेगी। इससे नक्सल गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा सकेगा और नक्सलवाद के खिलाफ अभियान को मजबूती मिलेगी।
विकास कार्यों को मिलेगा नया आयाम
सुरक्षा कैम्प स्थापित होने के बाद क्षेत्र में सड़क निर्माण, पुल-पुलिया, शिक्षा, चिकित्सा और मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं का तेजी से विस्तार होगा। इससे स्थानीय लोगों को मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिलेगा और क्षेत्र में विकास कार्यों को गति मिलेगी।
नक्सल उन्मूलन के लिए लगातार हो रही सुरक्षा कैम्पों की स्थापना
15 अगस्त 2024 के बाद से अब तक दक्षिण बस्तर क्षेत्र में 07 और पश्चिम बस्तर क्षेत्र में 01 मिलाकर कुल 08 नवीन सुरक्षा कैम्पों की स्थापना की गई है। यह सभी कैम्प नक्सलियों के कोर एरिया में स्थापित किए गए हैं, जिससे नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण किया जा सके।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया गया सुरक्षा कैम्प का शुभारंभ
इस सुरक्षा कैम्प की स्थापना छत्तीसगढ़ शासन की "नियद नेल्ला नार" योजना के तहत श्री सुंदरराज पी. (पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज, जगदलपुर), श्री राकेश अग्रवाल (पुलिस महानिरीक्षक, केरिपु छत्तीसगढ़ सेक्टर, रायपुर), श्री कमलोचन कश्यप (पुलिस उप महानिरीक्षक, दंतेवाड़ा रेंज), श्री देवेन्द्र सिंह नेगी (पुलिस उप महानिरीक्षक, सीआरपीएफ रेंज बीजापुर) और डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव (पुलिस अधीक्षक, बीजापुर) के मार्गदर्शन में की गई।
इसके अलावा श्री कुमार मनीष (कमांडेंट 196वीं बटालियन केरिपु), श्री चंदम बॉबी सिंह (कमांडेंट 229वीं बटालियन केरिपु), श्री नरेश पवार (कमांडेंट कोबरा 205), श्री अशोक कुमार (कमांडेंट कोबरा 210), श्री मयंक गुर्जर (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीजापुर), श्री संजय ध्रुव (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ऑप्स बासागुड़ा), श्री कुलदीप सिंह (डिप्टी कमांडेंट केरिपु रेंज ऑफिस, बीजापुर), श्री तिलेश्वर कुमार यादव (अनुविभागीय अधिकारी, पुलिस आवापल्ली) और श्री विनीत साहू (उप पुलिस अधीक्षक, डीआरजी) सहित अन्य सुरक्षा बलों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नक्सली भय से मुक्त हो रहे ग्रामीण, विकास कार्यों में दिख रहा बदलाव
इस कैम्प की स्थापना से ग्रामीणों को नक्सलवाद से मुक्ति की नई आशा मिली है। सरकार और सुरक्षा बलों के प्रयास से अब क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान और विकास कार्य दोनों को समान रूप से बल मिल रहा है।
नए सुरक्षा कैम्प के माध्यम से स्थानीय लोगों तक प्रशासन की योजनाएं और बुनियादी सुविधाएं तेजी से पहुंचाई जाएंगी। इसके अलावा, नक्सल उन्मूलन अभियान को भी और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
नवीन सुरक्षा कैम्प की स्थापना क्षेत्र में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को और अधिक प्रभावी बनाएगी, जिससे ग्रामीणों को सुरक्षा और विकास का लाभ मिलेगा।

