बंदेपारा में पहली बार मिला मोबाइल नेटवर्क का लाभ, इंटरनेट से जुड़ेंगे अम्बेली, आकलंका, पाताकुटरू व उसकापटनम जैसे दूरस्थ गांव

0


बीजापुर - छत्तीसगढ़ शासन के “नियद नेल्ला नार” योजना तथा केंद्र सरकार की “यू एस ओ एफ” योजना के तहत भैरमगढ़ ब्लॉक के बंदेपारा गांव में नया मोबाइल टावर 31 मई को शुरू किया गया। इससे न सिर्फ बंदेपारा के, बल्कि अम्बेली, आकलंका, पाताकुटरू व उसकापटनम जैसे सुदूरवर्ती ग्रामों के भी ग्रामीणों को दूरसंचार एवं इंटरनेट सेवा का लाभ मिलेगा।

नई सुविधा से ग्रामीणों का जीवन हुआ सुगम

बन्देपारा में नया जिओ मोबाइल टावर चालू होने से क्षेत्र के ग्रामीणों को अब मजबूत नेटवर्क और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा मिलने लगी है। पढ़ाई कर रहे छात्र अब ऑनलाइन कक्षाएं, शैक्षणिक वीडियो एवं प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी किसी भी समय कर सकेंगे। युवा वर्ग रोजगार संबंधी वेबसाइट, सरकारी पोर्टल व डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म का लाभ भी आसानी से उठा पाएगा।

सरकारी योजनाओं का परिणाम

छत्तीसगढ़ शासन के “नियद नेल्ला नार” एवं केंद्र सरकार की “USOF" योजनाओं के तहत ही दूरदराज के स्थानों में मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इन दोनों योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण व पिछड़े इलाकों में संचार का दायरा बढ़ाना तथा डिजिटल समावेशन को सुनिश्चित करना है। बंदेपारा में मोबाइल टावर की स्थापना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वर्तमान समय में दूरसंचार एवं इंटरनेट सुविधा को आधार बनाकर आत्मनिर्भर ग्राम स्वरूप तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ते हुए ग्राम पंचायत ने यह भी प्रस्तावित किया है कि जल्द ही सार्वजनिक सूचना केंद्र व डिजिटल भुगतान केंद्र खोले जाएँगे। इससे वृद्ध, महिलाएँ और अनपढ़ भी सरकारी, बैंकीय व स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ घर बैठे उठा सकेंगे। ग्राम समिति के सदस्यों ने आशा जताई कि आने वाले महीनों में पंचायत भवन में वाई-फाई हॉटस्पॉट द्वारा और भी ग्रामीण हितैषी सेवाएँ प्रारंभ की जाएंगी।

बन्देपारा में स्थापित नया मोबाइल टावर मात्र एक तकनीकी सुविधा नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन में सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है। इससे क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, सुरक्षा व प्रशासन के अनेक पहलुओं को मजबूती मिलेगी और ग्रामीणों को आधुनिकता की रफ्तार से जोड़ने में सहायता होगी।



Image

Post a Comment

0Comments
Post a Comment (0)
Blogger Templates